सब ईमानदार हैं तो बेईमान कौन है?
एक दूसरे के सीनों लगे हैं खंजर, तो हमलावर कौन है?
कलयुग है दोस्तों यहां दिलदार कौन है?
दूसरों से सबको ही शिकायतें है,
सब परेशान है तो गुनहगार कौन है?
शिकायतों में अपनों के ही नाम दर्ज हैं तो सितमगार कौन है?
बेचते हैं सब अपना ही मानव धर्म तो इस बाजार में खरीदार कौन है?
हर कोई ईमानदार है तो बेईमान कौन है?
© डॉक्टर साधना श्रीवास्तव