Saturday, February 28, 2015

दोहरा चरित्र 68

सूचना के अधिकार पर सेमिनार का आयोजन था। ……। शहर के विदवानो के बीच पूरी जानकारी दी। …………बहुत उत्साह से बताया जनाब ने की सबको जानकारी का हक़ है सरकार और प्रशासन सूचना के अधिकार  तहत हर जानकारी देगी। ……पूरा हाल तालियों से गूंज गया सब प्रसंशा कर रहे थे पुराने दोस्तों से मिलनहुआ  देर रात अचानक उनके फ़ोन की घंटी बजी  घर से  बीबी का फ़ोन था '' सुनते है इतनी रात हो  गयी आप घर कब आयेगे ११ बज गए है''
 गुस्से से उन्ही सज्जन की आवाज ''''  आ जाउगा मर नही गया हर पीछे पड़े रहना कितने सवाल पूछती हो रखो फ़ोन। । बेचारी बीबी सोच रही थी की क्या गलती कर दी उसने जो उसके इसके छोटे से साल पे एक बार फिर वो बेवजह गुस्सा गए। साधना श्रीवास्तव 

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